भारत में सांता को हिंदी में “बाबा नृत्यशाला” या “बाबा नृत्यशाला वाले बाबा” कहा जाता है। यह एक लोकप्रिय क्रिसमस पारंपरिक चरित्र है जो बच्चों को उपहार देने का कार्य संपादित करता है। सांता का रूप, सफेद दाढ़ी, लाल कैप, लाल कॉट, और हंसी भरा चेहरा होता है, और वह बच्चों के घरों में उपहार चोरी करने के लिए आता है, जो बच्चों के सोते वक्त सोने के बाद मेजबान के चिमनी के पास रखे जाते हैं।

सांता की कहानियाँ और इसकी पारंपरिकता भारतीय सांस्कृतिक में समृद्धि और मिलनसरता की भावना को प्रमोट करती हैं, और इसे क्रिसमस के मौसम में बच्चों के बीच पॉप्युलर बना देती है।